भाई दूज जैसा त्यौहार न दूजा

हिंदुस्तान त्यौहारों का देश है और हम सभी त्यौहार यहां भिन्न-भिन्न रूपों से मनाते हैं। कुछ अपनी रोशनी के लिए प्रसिद्ध है जबकि कुछ अपने रंगों के लिए। भाई-बहनों के लिए भी त्यौहार है और उनमें से एक है भाई दूज। Bhai Dooj भाई दूज शुक्ल पक्ष में कार्तिक महीने की द्वितीय तारीख को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को आमंत्रित करती हैं और उनके लिए अलग-अलग और स्वादिष्ट व्यंजन बनाती हैं। इसके साथ ही उनको तिलक भी लगाती हैं और भाई भी अपनी बहनों को कुछ उपहार देते हैं। इस तरह इस अवसर को मनाया जाता है। माना जाता है कि यह पर्व भगवान श्री कृष्ण और उनकी बहन सुभद्रा के संदर्भ में मनाया जाता है। जब भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर को हराया था तो वह अपनी बहन सुभद्रा से मिलने गए थे। उनकी बहन ने कृष्ण का स्वागत किया और राक्षस को हराने के अवसर पर विजय का तिलक लगाया। उन्होंने कृष्ण जी के लिए अलग-अलग खाने की चीजें बनाईं और उनकी सेवा की और भगवान कृष्ण को भी उनका आतिथ्य पसंद आया। तब से यह दिन भाई बहनों और उनके प्यार के मधुर बंधन के लिए लोकप्रिय हुआ और हर साल लोग यह अवसर मनाने लगे।